अगर किस्मत आज़माते-आज़माते थक गये हों…
तो कभी ख़ुद को आज़माईये, नतीजे बेहतर होंगें…!!!
…………………………………………… गिनती ठीक से सीखा नही,
मगर…
इतना मालूम हैं
खुशियाँ बांटने से बढती हैं !
…………………………………………… सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूँछ ही लिया करो,
मालूम तो हमें भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते…!!
…………………………………………… तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो नही पर दिल चाहता है,
आखरी सास तक तेरा इंतजार करू…
…………………………………………… तेरे मुस्कुराने का असर सेहत पे होता है
लोग पूछ लेते है..दवा का नाम क्या है !
…………………………………………… तेरे मुस्कुराने का असर सेहत पे होता है
लोग पूछ लेते है..दवा का नाम क्या है !
…………………………………………… तेरा ज़िक्र..तेरी फिक्र ..तेरा एहसास…तेरा ख्याल..!!!
तू खुदा नहीं ….फिर हर जगह मौज़ूद क्यूँ है…!!
…………………………………………… तु अपने पापा की “परी” है।तो क्या हुआ…हम भी अपने बाप के
“नवाब” है। ..♡••°°
…………………………………………… मजा आता है किस्मत से लड़ने में,
किस्मत आगे बढ़ने नहीं देती
और मुझे रुकना आता नहीं..!!
…………………………………………… तुम्हे हो बहुत मुबारक शहर की सरदारी,,
मगर दिलों की रियासत है इलाक़ा अपना
…………………………………………… सहराओं में लिए फिरता रहा पानी की जुस्तजू
जब प्यास मर गयी तो समन्दर में जा गिरा
…………………………………………… ये तो शौक है मेरा ददॅ लफ्जो मे बयां करने का,
नादान लोग हमे युं ही शायर समझ लेते है.
…………………………………………… हर बार सम्हाल लूँगा गिरो तुम चाहो जितनी बार,
बस इल्तजा एक ही है कि मेरी नज़रों से ना गिरना…!!
…………………………………………… : नमक की तरह हो गयी है जिंदगी,
लोग स्वादानुसार
इस्तेमाल कर लेते हैं !!!
…………………………………………… “जवाब” तो था मेरे पास उन के हर सवाल का पर…………खामोश रहकर मैंने उनको “लाजवाब” बना दिय
…………………………………………… खुदा ने जब इश्क़ बनाया होगा,.,., तो खुद आज़माया होगा,.,., हमारी तो औकात ही क्या है,.,., इस इश्क़ ने खुदा को भी रुलाया होगा
…………………………………………… दोपहर तक बिक गया बाजार का हर एक झूठ ,
और मैं एक सच लेकर शाम तक बैठा रहा …………………………………………… है कोई वकील इस जहान में,
जो हारा हुआ इश्क जीता दे मुझको.
…………………………………………… : हथियार तो सिर्फ सोंख के लिए रखा करते हे ,
खौफ के लिए तो बस नाम ही काफी हे ।
…………………………………………… : खेल ताश का हो या ज़िन्दगी का, अपना इक्का तभी दिखाना जब सामने वाला बादशाह निकाले…
…………………………………………… अगर जिंदगी मैं कुछ पाना हो तो तर्रिके बदलो….इरादे नहीं।।।
…………………………………………… गिनती ठीक से सीखा नही,
मगर…
इतना मालूम हैं
खुशियाँ बांटने से बढती हैं !
…………………………………………… ना हीरो की तमन्ना है और ना परियों पे मरता हूँ . . . वो एक”भोली” सी लडकी हे जिसे मैं मोहब्बत करता हूँ
…………………………………………… : बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को क्यूकि इश्क़ हार नही मानता और दिल बात नही मानता..!!
…………………………………………… हम वो शेर हैं जीसकी गुफा में लोगों के पेर के आने के नीशान हैं पर…… जाने के नही ।
…………………………………………… देख कर उसको तेरा यूँ पलट जाना,….. नफरत बता रही है तूने मोहब्बत गज़ब की थी..
…………………………………………… : बहुत आसान है पहचान इसकी . . .
अगर दुखता नहीं तो दिल नहीं है . . .
…………………………………………… रेस वो लोग लगाते है जिसे अपनी किस्मत आजमानी हो…
हम तो वो खिलाडी है जो अपनी किस्मत के साथ खेलते
है…
…………………………………………… तेरी मोहब्बत को कभी खेल नही समजा ,
वरना खेल तो इतने खेले है कि कभी हारे
नही ।
…………………………………………… तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो नही पर दिल चाहता है,
आखरी सास तक तेरा इंतजार करू…
…………………………………………… मोहब्बत यूँ ही किसी से हुआ नहीं करती….,
अपना वजूद भूलाना पडता है,किसी को अपना बनाने के लिए…।”
……………………………………………
…………………………………… इतने बुरे ना थे जो ठुकरा दिया तुमने हमेँ.
तेरे अपने फैसले पर एक दिन तुझे भी अफसोस होगा….
…………………………………………… सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूँछ ही लिया करो,
मालूम तो हमें भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते…!!
…………………………………………… “इश्क” का धंधा ही बंघ कर दिया साहेब।….
मुनाफे में “जेब” जले.. और घाटे में “दिल”
…………………………………………… तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभालकर, वरना मैं अभी दे दूँ, जिस्म से रूह निकालकर…!!
…………………………………………… कभी इतना मत मुस्कुराना की नजर लग जाए जमाने की,
हर आँख मेरी तरह मोहब्बत की नही होती….!!!
…………………………………………… ऐ खुदा मुसीबत मैं डाल दे मुझे….
किसी ने बुरे वक़्त मैं आने का वादा किया है.
…………………………………………… इश्क वो खेल नहीं जो छोटे दिल वाले खेलें,
रूह तक काँप जाती है, सदमे सहते-सहते.
…………………………………………… “हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की,
और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की, शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है, क्या ज़रूरत थी, तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की”
…………………………………………… बड़ी मुद्दत से चाहा है तुझे!
बड़ी दुआओं से पाया है तुझे!
तुझे भुलाने की सोचूं भी तो कैसे!
किस्मत की लकीरों से चुराया है तुझे!
…………………………………………… “अगर इश्क़ करो तो अदब-ऐ-वफ़ा भी सीखो,यु दोस्त के रूम पर ले जाकर ठोकना मोहब्बत नही होती”..
…………………………………………… #आँखों#में#तेरा#सपना,#दिल#में#तेरी#ख्वाहिश,#बस#हमेशा#यूँ#ही#साथ#रहना,#इतनी#सी#है#गुजारिश
…………………………………………… मयखाने बंद कर दे चाहेलाख दुनिया वाले ,,,लेकिन!!!!!शहर में कम नही है,निगाहों से पिलाने वाले !!!…
…………………………………………… जब महसूस हो कि सारा शहर तुमसे जलने लगा है…समझ लेना तुम्हारा नाम चलने लगा है….
…………………………………………… क्या लिखूँ दिल की हकीकत आरज़ू बेहोश है,ख़त पर हैं आँसू गिरे और कलम खामोश है!
…………………………………………… जिंदगी के रूप में दो घूंट मिले,इक तेरे इश्क का पी चुके हैं..दुसरा तेरी जुदाई का पी रहे हैं !!!! :|
…………………………………………… किसी ने कहा था महोब्बत फूल जैसी है!!
कदम रुक गये आज जब फूलों को बाजार में बिकते देखा!
…………………………………………… बना दो वज़ीर मुझे भी इश्क़ की दुनिया का दोसतों, वादा है मेरा हर बेवफा को सजा ऐ मौत दूंगा…!!!
…………………………………………… हमने लिया सिर्फ होंठों से जो तेरा नाम..
दिल होंठो से उलझ पड़ा कि ये सिर्फ मेरा है…
…………………………………………… इरादा कत्ल का था तो ~मेरा सर कलम कर देते
क्यू इश्क मे डाल कर तुने ~हर साँस पर मौत लिख
दी..!!
…………………………………………… मुझसे नफरत ही करनी है
तो इरादे मजबूत रखना….
जरा से भी चुके तो महोब्बत हो जायेगी..
…………………………………………… हमारी कद्र उनको होगी तन्हाईयो में एक दिन,
अभी तो बहुत लोग हैं उनके पास दिल्लगी करने को….!!
…………………………………………… जिस दिन वो मेरी सलामती की दुआ करती है…
उस दिन गोल्ड फ्लैक भी जेब में टूट जाती है….
…………………………………………… वो लम्हा आज भी याद हैं मजे की…..
अब तेरा नाम हथेलियों पर नहीं लिखते हम…
कारोबार में सबसे हाथ मिलाना पड़ता है…
…………………………………………… जिन्दगी भर कोई साथ नहीं देता यह जान लिया हमने,
लोग तो तब याद करते हैं जुब वह खुद अकेले हों..
…………………………………………… जिस जिस ने मुहब्बत में, अपने महबूब को खुदा कर दिया,
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए, उनको जुदा कर दिया.
…………………………………………… मेरे दिल से खेल तो रहे हो तुम पर…… जरा सम्भल के…… ये थोडा टूटा हुआ है कहीं तुम्हे ही लग ना जाए…….!!
…………………………………………… हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का,
बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम..!!
…………………………………………… बहुत हसरत रही है की तेरे साथ चलें हम..
बस तेरी और से ही कभी इशारा ना हुआ…
……………………………………………
“तीन ही उसूल हैं
मेरी जिन्दगी के आवेदन,निवेदन और
फिर ना माने तो दे दना दन..
…………………………………………… तेरी यादें अक्सर छेड़ जाया करती हैं
कभी अा़ँखों का पानी बनकर कभी हवा का झोंका बनकर…
…………………………………………… कितने कम लफ्जों मे जिंदगी को बयान करूँ,
लो तुम्हारा नाम लेकर किस्सा तमाम करूँ…
…………………………………………… टूटता हुआ तारा सबकी दुआ पूरी करता है..क्यों के उसे टूटने का दर्द मालूम होता है…
…………………………………………… हम तो दिलके बादशाह हैं, जो सुनते भी दिल की है, और करते भी दिल की है||
…………………………………………… इतनी ठोकरे देने के लिए शुक्रिया ए-ज़िन्दगी,
चलने का न सही सम्भलने का हुनर तो आ गया ।।
……………………………………………
हर फैसले होते नहीं,सिक्के उछाल कर..यह दिल के मामले है….जरा संभल कर
……………………………………
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